झांसी: सरकारी अस्पताल में दलालों का दबदबा, इमरजेंसी वार्ड में ही कराई जा रही प्राइवेट जांच
- bharatvarshsamaach
- Sep 12
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संवाददाता : मोहम्मद कलाम कुरैशी
लोकेशन: मऊरानीपुर, झांसी, उत्तर प्रदेश
भारतवर्ष समाचार ब्यूरो
मुख्यमंत्री द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर हालात अभी भी बदलते नजर नहीं आ रहे। झांसी के मऊरानीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां इमरजेंसी वार्ड में दलालों के जरिए मरीजों से जांच के नाम पर पैसे वसूले जा रहे हैं।
मऊरानीपुर के रहने वाले युवक रूप सिंह ने आरोप लगाया है कि वह गरीब परिवार से हैं और इलाज के लिए सरकारी अस्पताल पहुंचे थे। सरकारी पर्चा बनवाने के बाद जब डॉक्टर को दिखाया गया, तो डॉक्टर ने खून की जांच कराने की बात कहकर उन्हें इमरजेंसी में ही मौजूद प्राइवेट जांच कराने वाले के पास भेज दिया।
मरीज के अनुसार, उस प्राइवेट जांच एजेंट ने उनसे 900 रुपये की वसूली कर ली। जब युवक ने सवाल किया कि सरकारी अस्पताल में तो जांचे निःशुल्क होती हैं, तब उसे गुमराह कर दिया गया।
सीसीटीवी के बावजूद सक्रिय दलाल
मरीज और परिजनों का कहना है कि अस्पताल में सभी तरह की मशीनें मौजूद हैं और जांच फ्री की जाती है। बावजूद इसके, दलाल खुलेआम काम कर रहे हैं। यहां तक कि इमरजेंसी में सीसीटीवी कैमरे लगे होने के बावजूद ये गतिविधियां जारी हैं।
अब सवाल यह है कि जब सरकारी अस्पताल में जांच फ्री है, तो मरीजों को प्राइवेट जांच की ओर क्यों धकेला जा रहा है? और वह कौन जिम्मेदार अधिकारी हैं, जो इन दलालों को संरक्षण दे रहे हैं?
सरकार की योजनाओं पर सवाल
प्रदेश सरकार गरीब और असहाय वर्ग के लिए निःशुल्क जांच और दवाइयों की व्यवस्था उपलब्ध करा रही है। लेकिन यदि अस्पतालों में दलालों का नेटवर्क सक्रिय रहेगा, तो सरकार की इन योजनाओं का लाभ सही मायने में गरीब और जरूरतमंद लोगों तक कैसे पहुंचेगा?
इस मामले में अब यह देखना होगा कि स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन कब तक जांच कर कार्रवाई करता है और दोषियों पर लगाम लगाता है।
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भारतवर्ष समाचार ब्यूरो
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