मुरादाबाद में पुष्टाहार योजना पर सवाल, राशन में निकले घुन और कीड़े
- bharatvarshsamaach
- Aug 28
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स्थान : मुरादाबाद | रिपोर्ट : मनोज कुमार
भारतवर्ष समाचार ब्यूरो
मुरादाबाद।महिला एवं बाल विकास विभाग के तहत चलाई जा रही आईसीडीएस (बाल विकास परियोजना) और पुष्ट आहार योजना पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। जिला मुरादाबाद के कई आंगनबाड़ी केंद्रों पर वितरित किए जा रहे पोषण आहार में घुन, कीड़े और सड़ा-गला खाद्यान्न पाए जाने से लाभार्थियों में नाराज़गी और चिंता का माहौल है।
सरकार की मंशा और जमीनी हकीकत
प्रदेश सरकार की मंशा है कि आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से बच्चों और गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया जाए ताकि उन्हें कुपोषण से बचाया जा सके। इसके लिए दलिया, चना, गेहूं, चावल और अन्य आवश्यक खाद्यान्न उपलब्ध कराए जाते हैं।लेकिन हकीकत यह है कि केंद्रों पर मिलने वाला राशन न सिर्फ घुन और कीड़ों से भरा हुआ है बल्कि कई बार दलिया और दाल भी सड़ी-गली अवस्था में पाई गई है।
जिम्मेदारी पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह का खाद्यान्न बांटने से पहले किसी भी स्तर पर गुणवत्ता की जांच नहीं की जाती। यदि गलती से कोई बच्चा या गर्भवती महिला इसे खा लेती है तो उनकी सेहत पर गंभीर खतरा उत्पन्न हो सकता है।लोगों ने प्रशासन से सवाल किया है कि इस लापरवाही के लिए आखिर जिम्मेदार कौन होगा?
लाभार्थियों की पीड़ा
पात्र महिलाओं ने साफ कहा कि “सरकार का उद्देश्य तो सही है लेकिन जमीनी स्तर पर हमें जो आहार दिया जा रहा है वह खाने योग्य नहीं है। यदि इसे सुधारने के लिए कदम नहीं उठाए गए तो यह योजना बेकार साबित होगी।”
जांच और कार्रवाई की मांग
लोगों ने जिला प्रशासन और संबंधित विभाग से पुष्ट आहार की आपूर्ति की जांच कराने और दोषी सप्लायर एवं अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।स्थानीय स्तर पर यह खबर फैलने के बाद अब आमजन का ध्यान इस ओर गया है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही प्रशासन इस पर कदम उठाएगा।
बाइट : पात्र महिलाएं
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