संभल: मिशन शक्ति 5 में दो बेटियों को बनाया गया जिलाधिकारी और कप्तान
- bharatvarshsamaach
- Sep 26
- 2 min read
रिपोर्ट: प्रदीप मिश्रा
स्थान : संभल , उत्तर प्रदेश |
संभल। मिशन शक्ति 5 के तहत संभल में गुरुवार को ऐसा नजारा देखने को मिला, जिसने हर किसी का दिल जीत लिया। दो बेटियों को एक दिन के लिए जिलाधिकारी और कप्तान बनाया गया, और उन्हें पूरे सम्मान और गरिमा के साथ जिम्मेदारी सौंपी गई।
DM और SP की देखरेख में विशेष दिन
DM डॉ. राजेंद्र पेंसिया और SP कृष्ण कुमार विश्नोई की देखरेख में यह आयोजन हुआ।
दोनों बेटियां सिल्वरस्टोन स्कूल की छात्रा थीं।
सुबह 10:00 बजे कार्यालय पहुंचते ही उन्होंने जनसुनवाई में भाग लिया और प्रशासनिक बैठकों में उपस्थित होकर कामकाज को समझा।
इसके बाद दोनों ने थाने और कलेक्ट्रेट का भ्रमण किया और प्रशासनिक कार्यों का अनुभव लिया।
दिनभर का अनुभव
पूरे दिन बेटियों को ऐसे सम्मान के साथ देखा गया जैसे वे वास्तविक अधिकारी हों।
दिन के अंत में ढोल नगाड़ों के साथ जुलूस निकालकर दोनों को विदाई दी गई।
DM और SP ने वाहनों के काफिले के साथ बेटियों को उनके घर तक छोड़ा।
मिशन शक्ति 5 का उद्देश्य
DM डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने बताया कि यह पहल 2020 में यूपी सरकार द्वारा शुरू की गई थी।
इस कार्यक्रम का मकसद है कि बेटियां स्वतंत्र और आत्मनिर्भर बनें।
मिशन शक्ति 5 यह संदेश देता है कि बेटियां केवल परिवार की नहीं, बल्कि समाज और राष्ट्र की शक्ति हैं।
SP कृष्ण कुमार विश्नोई ने कहा:
“हम चाहते हैं कि हर घर की बेटी को बोझ न समझा जाए। इस कार्यक्रम से बच्चों को पढ़ाई और आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया जाता है। गाँव में जिस तरह उनका स्वागत हुआ, यह पल उनके जीवन का यादगार अनुभव बनेगा। बेटियां इस अनुभव से प्रेरित होकर भविष्य में नए आयाम स्थापित करेंगी।”
समाज और प्रेरणा
कार्यक्रम ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि सशक्त बेटियां ही देश की असली ताकत हैं।
मिशन शक्ति 5 ने एक बार फिर यह साबित किया कि बेटियों को समान अवसर और सम्मान मिलना चाहिए।
⸻
भारतवर्ष समाचार ब्यूरो
संपर्क: 9410001283
वेबसाइट: www.bharatvarshsamachar.org













Comments