संभल: सड़क चौड़ीकरण में बाधा बनी मस्जिद पर कमेटी ने खुद शुरू की कार्रवाई
- bharatvarshsamaach
- Jul 19
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रिपोर्टर: प्रदीप मिश्रा
स्थान: चौधरी सराय, बहजोई रोड, तहसील संभल
संभल जनपद में चल रहे सड़क चौड़ीकरण अभियान के तहत प्रशासन द्वारा लगातार अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही है। ताजा मामला सदर कोतवाली क्षेत्र के बहजोई रोड, चौधरी सराय का है, जहां मुख्य सड़क के किनारे स्थित एक मस्जिद – जिसे स्थानीय लोग फूल वाली मस्जिद के नाम से जानते हैं – सड़क के 45 फीट चौड़े प्रस्तावित रास्ते में बाधा बन रही थी।
प्रशासन द्वारा मस्जिद कमेटी को नोटिस जारी कर 6 फीट के अवैध हिस्से को पीछे हटाने का निर्देश दिया गया था। इसके बाद मस्जिद कमेटी ने प्रशासन के निर्देशों का सम्मान करते हुए खुद ही अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी। मजदूरों को लगाकर मस्जिद के आगे का हिस्सा हथौड़ों से तोड़ा जा रहा है, और यह काम पूरी तरह शांति व समन्वय के साथ चल रहा है।
प्रशासन का बयान:
एसडीएम संभल विकास चंद्र ने मामले पर कहा:
“सार्वजनिक स्थलों पर अतिक्रमण हटाने को लेकर हमारी कार्रवाई लगातार जारी है। सभी धर्मों और समुदायों के लिए कानून एक समान है। जहां भी अवैध निर्माण या अतिक्रमण पाया जा रहा है, वहां कार्रवाई की जा रही है।”
एसडीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि मस्जिद प्रशासन द्वारा खुद आगे आकर अतिक्रमण हटाने की पहल एक सकारात्मक उदाहरण है, जिसे समाज में सौहार्द और क़ानूनी जागरूकता की मिसाल के रूप में देखा जाना चाहिए।
मस्जिद कमेटी का रुख:
फूल वाली मस्जिद के इमाम मोहम्मद बिलाल ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा:
“प्रशासन ने जो नोटिस दिया, हमने उसे गंभीरता से लिया। कमेटी की बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया कि हम खुद आगे आकर अवैध हिस्से को हटा देंगे ताकि सरकारी कार्य बाधित न हो और समाज में कोई तनाव पैदा न हो। मस्जिद की गरिमा को बनाए रखते हुए, हमने शांति और आपसी समझ से यह कार्य शुरू किया है।”
पिछली कार्रवाइयाँ:
यह ध्यान देने योग्य है कि बीते डेढ़ महीने में संभल तहसील क्षेत्र में यह तीसरी मस्जिद है जिस पर प्रशासनिक कार्रवाई की गई है। इससे पहले भी प्रशासन ने दो अन्य मस्जिदों से अतिक्रमण हटवाया था, जहां पर भी स्थानीय लोगों ने प्रशासन का सहयोग किया था।
सड़क चौड़ीकरण की परियोजना:
सम्बंधित क्षेत्र में प्रशासन द्वारा 45 फीट चौड़ी सड़क के निर्माण का कार्य प्रस्तावित है। यह रास्ता बहजोई रोड से होकर गुजरता है, जो शहर के भीड़भाड़ वाले हिस्सों को जोड़ता है। यातायात सुधार और सड़क सुरक्षा के उद्देश्य से यह परियोजना अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
सामाजिक संदेश और प्रशासनिक समन्वय:
इस पूरे मामले में प्रशासन और धार्मिक संस्था के बीच बेहतर समन्वय देखा गया है। न तो कोई विवाद हुआ, न ही विरोध। यह दर्शाता है कि कानून का पालन आपसी सहयोग और समझदारी से भी संभव है। मस्जिद कमेटी की ओर से की गई पहल उन अफवाहों और तनाव की संभावनाओं को भी समाप्त करती है, जो अक्सर इस प्रकार के मामलों में देखने को मिलती हैं।
निष्कर्ष:
संभल में फूल वाली मस्जिद पर हुई यह कार्रवाई केवल एक प्रशासनिक कदम नहीं है, बल्कि एक सामाजिक उदाहरण भी है, जहां दोनों पक्षों ने मिलकर शांति, सौहार्द और क़ानून का सम्मान करते हुए समाधान निकाला।
यह घटनाक्रम भविष्य के लिए यह संदेश देता है कि विकास और धार्मिक भावनाओं के बीच संतुलन संभव है, यदि सभी पक्ष ज़िम्मेदारी और समझदारी से व्यवहार करें।
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रिपोर्टर: प्रदीप मिश्रा
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