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SIT मुरादाबाद ने फर्जी बिल ट्रेडिंग गैंग का मास्टरमाइंड दबोचा, 500 से अधिक फर्जी फर्मों का नेटवर्क उजागर

  • bharatvarshsamaach
  • 2 days ago
  • 2 min read
SIT ने पकड़ा GST चोरी का मास्टरमाइंड
SIT ने पकड़ा GST चोरी का मास्टरमाइंड

बाइट : सुभाष चंद्र गंगवार, एसपी ट्रैफिक

 संवाददाता : मनोज कुमार

लोकेशन : मुरादाबाद

 दिनांक : 11 दिसम्बर 2025


मुरादाबाद की अपराध शाखा (SIT) ने करोड़ों रुपये की GST चोरी करने वाले एक बड़े गैंग का भंडाफोड़ किया है। टीम ने जांच के बाद गैंग के मुख्य मास्टरमाइंड सुमित कुमार को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया।


गिरफ्तारी के दौरान SIT को आरोपी से

1 मोबाइल, 1 सिम कार्ड, 3 लैपटॉप, 1 पैन कार्ड, 15 डेबिट/क्रेडिट कार्ड और 4 चैक बरामद हुए।


कैसे सामने आया करोड़ों का घोटाला

राज्य कर विभाग, मुरादाबाद की ओर से दी गई तहरीर में बताया गया कि—

  • AK Enterprises और

  • Saurabh Enterprises


नाम से चल रही फर्मों की जांच में मोबाइल नंबर से जुड़ी 124 संदिग्ध फर्में पंजीकृत मिलीं।


जांच में प्रमाणित हुआ कि ये सभी फर्में फर्जी दस्तावेजों से बनाई गई थीं, जिनके जरिए लंबे समय से बोगस बिलिंग और GST चोरी की जा रही थी, जिससे सरकार को भारी राजस्व हानि हुई।


दो मुकदमे दर्ज किए गए—

  • मु.अ.सं. 838/2025

  • मु.अ.सं. 839/2025धारा 318(4)/338/336(2)/340(2) BNS के तहत।


SIT की तकनीकी जांच से खुला पूरा जाल

DIG मुरादाबाद परिक्षेत्र और SSP के निर्देशन में SIT ने साइबर विश्लेषण, दस्तावेज़ सत्यापन और तकनीकी ट्रैकिंग की मदद से जाल मजबूत किया।


इससे पहले इखलाक मलिक और इत्तेफाक आलम उर्फ दानिश कबाड़ी को 22 नवंबर को गिरफ्तार किया जा चुका था।


इसी क्रम में आज मुख्य आरोपी सुमित कुमार को गिरफ्तार कर नेटवर्क की जड़ तक पहुंच बनाई गई।


पूछताछ: मास्टरमाइंड का बड़ा खुलासा

सुमित कुमार ने पूछताछ में स्वीकार किया—

वह 2020–2023 तक एक CA के अधीन GST अकाउंटिंग सीखता था।

2024 से उसने खुद का फर्जी फर्म बनाने का रैकेट शुरू कर दिया।

फर्जी सिम और ईमेल ID तैयार करता था।

नौकरी और लोन के नाम पर ऑनलाइन लोगों को फंसाकर

उनके आधार, पैन व फोटो हासिल करता था।

Photoshop की मदद से फर्जी रेंट एग्रीमेंट व बिजली बिल बनाता था।

अब तक 500+ फर्जी फर्म रजिस्ट्रेशन करने की बात कबूल की।

AK Enterprises के दस्तावेज उसने तैयार करइखलाक मलिक को व्हाट्सऐप के जरिए बेच दिए थे।

बरामदगी

  • 1 मोबाइल

  • 1 सिम कार्ड

  • 3 लैपटॉप

  • 1 पैन कार्ड

  • 15 डेबिट/क्रेडिट कार्ड

  • 4 चैक

अभियुक्त का आपराधिक इतिहास

  1. मु.अ.सं. 838/2025 – थाना सिविल लाइंस

  2. मु.अ.सं. 839/2025 – थाना सिविल लाइंस

गिरफ्तारी करने वाली टीम

  1. उपनिरीक्षक विवेक यादव

  2. महिला उपनिरीक्षक पूजा

  3. हे.का. अरुण प्रताप सिंह

  4. हे.का. प्रशांत


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 भारतवर्ष समाचार  ब्यूरो

 संपर्क: 9410001283

 वेबसाइट: www.bharatvarshsamachar.org



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