ईरान से ‘ऑपरेशन सिंधु’ की शुरुआत, पहली फ्लाइट से 1,000 भारतीयों की सुरक्षित वापसी
- bharatvarshsamaach
- Jun 21
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भारतवर्ष समाचार ब्यूरो | नई दिल्ली, 20 जून
ईरान में बढ़ते भू-राजनीतिक तनावों के बीच भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे विशेष राहत अभियान ‘ऑपरेशन सिंधु’ के तहत भारतीय नागरिकों की वापसी का सिलसिला शुरू हो गया है। शुक्रवार रात ईरानी एयरलाइन ‘माहान एयर’ की पहली चार्टर फ्लाइट, मशहद से उड़ान भरकर, लगभग 1,000 भारतीय नागरिकों को लेकर दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुँची।
तेहरान से मशहद तक की चुनौतीपूर्ण यात्रा
तेहरान में हुए हालिया इज़रायली मिसाइल हमलों के बाद, भारत सरकार ने सुरक्षा कारणों से वहां रह रहे नागरिकों — विशेषकर छात्रों — को मशहद, उर्मिया और अन्य अपेक्षाकृत सुरक्षित शहरों में स्थानांतरित किया। तेहरान का एयरस्पेस बंद होने के कारण, कुछ छात्रों को भूमि मार्ग से अर्मेनिया और अज़रबैजान होते हुए भी निकाला गया।
ऑपरेशन सिंधु की योजना
‘ऑपरेशन सिंधु’ के तहत सरकार ने कुल तीन फ्लाइट्स की योजना बनाई है, जिनके ज़रिए ईरान में फंसे नागरिकों की चरणबद्ध वापसी सुनिश्चित की जा रही है। पहले चरण में मशहद से उड़ान भरकर 1,000 नागरिकों को वापस लाया गया, जबकि अगले 24 से 36 घंटों में शेष दो उड़ानों के भी भारत पहुँचने की संभावना है।
छात्रों की ज़ुबानी: "तीन रातें बिना नींद के गुज़रीं"
दिल्ली पहुँचे कई छात्रों ने मीडिया से बातचीत में अपनी व्यथा साझा की। शाहिद बेहिश्ती विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले इम्तिसाल मोहिदिन ने बताया:
“हम पिछले तीन दिनों से सो नहीं पाए थे। धमाकों की आवाज़ें बहुत नज़दीक से आ रही थीं। एक विस्फोट तो हमारे हॉस्टल से महज़ 5 किलोमीटर दूर हुआ।”
कश्मीर घाटी से ताल्लुक रखने वाले लगभग 90 छात्र भी निकाले गए हैं, जिन्हें पहले अर्मेनिया और फिर दिल्ली लाया गया। साथ ही, उर्मिया में फंसे 110 छात्रों को अर्मेनिया भेजकर वहाँ से सुरक्षित भारत लाया गया है।
भारत-ईरान सहयोग: मानवीय संबंधों की मिसाल
भारत सरकार ने इस अभियान में ईरानी प्रशासन, माहान एयर और अर्मेनिया सरकार का विशेष आभार जताया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस संकट के दौरान ईरान द्वारा एयरस्पेस खोलना “एक असाधारण मानवीय निर्णय” था। मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जैनस्वाल ने आश्वस्त किया कि यदि आवश्यकता पड़ी तो अतिरिक्त उड़ानें भी चलाई जाएंगी।
आँकड़ों में राहत
विवरण संख्या
भारत लौटे नागरिक (पहली फ्लाइट) लगभग 1,000
उर्मिया से निकाले गए छात्र 110
कश्मीर के छात्र (अलग बैच में निकाले गए) 90
अभी भी ईरान में मौजूद भारतीय नागरिक लगभग 4,000
निष्कर्ष
भारत का ‘ऑपरेशन सिंधु’ न केवल रणनीतिक रूप से प्रभावी रहा है, बल्कि मानवीय दृष्टिकोण से भी एक महत्वपूर्ण उदाहरण प्रस्तुत करता है। सरकार की त्वरित कार्रवाई, छात्रों के साहस, और अंतरराष्ट्रीय सहयोग की भावना ने इस चुनौतीपूर्ण स्थिति में हजारों परिवारों को राहत दी है।
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