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काशी की रथयात्रा में गूंजा गंगा निर्मलीकरण का संकल्प, भगवान जगन्नाथ की आरती से भक्तिमय हुआ मेला परिसर

  • bharatvarshsamaach
  • Jun 28
  • 1 min read

वाराणसी // विशेष संवाददाता – नौमेश कुलदीप श्रीवास्तव


काशी के ऐतिहासिक लक्खा मेले में शामिल तीन दिवसीय रथयात्रा मेले के दूसरे दिन का आयोजन भक्ति, स्वच्छता और पर्यावरण चेतना के साथ संपन्न हुआ। शनिवार को नमामि गंगे गंगा विचार मंच महानगर की ओर से भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की विशेष पूजा-अर्चना की गई।


गंगा निर्मलीकरण की कामना से की गई आरती

मंच के जिला संयोजक श्री शिवम अग्रहरि के संयोजन में भगवान जगन्नाथ की कपूर से विधिवत आरती की गई। आरती से पूर्व रथारूढ़ भगवान जगन्नाथ, बलभद्र व सुभद्रा को पारंपरिक रूप से नानखटाई और पंचमेवे का भोग अर्पित किया गया तथा तुलसी की माला चढ़ाई गई। कार्यक्रम में मंच की महिला सदस्यों की भी विशेष भागीदारी रही, जिन्होंने आयोजन को गरिमामयी स्वरूप प्रदान किया।


प्रसाद वितरण और स्वच्छता का संदेश

पूजन के उपरांत भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया। आयोजन समिति के सदस्यों ने स्वच्छता का पालन करते हुए उपस्थित श्रद्धालुओं को पूजा स्थल की सफाई बनाए रखने का आह्वान किया। इस मौके पर “स्वच्छ गंगा - स्वस्थ जीवन” का संदेश भी दिया गया।


रथयात्रा मेला: काशी की परंपरा और पर्यावरण चेतना का संगम

यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का परिचायक है, बल्कि यह काशी की सांस्कृतिक परंपराओं और सामाजिक जागरूकता का भी अद्भुत उदाहरण है। गंगा शुद्धिकरण जैसे गंभीर विषय को रथयात्रा जैसे पारंपरिक मेले से जोड़ना एक सराहनीय पहल रही।


"आरती के दृश्य में उपस्थित श्रद्धालु" या "प्रसाद वितरण करते कार्यकर्ता"]


रिपोर्ट: नौमेश कुलदीप श्रीवास्तव

प्रस्तुति: भारतवर्ष समाचार डिजिटल डेस्क


 
 
 

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