काशी में फूंके गए राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के पुतले – हिंदी भाषियों पर हमले को लेकर उबाल
- bharatvarshsamaach
- Jul 11
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रिपोर्ट: नोमेश कुलदीप श्रीवास्तव | भारतवर्ष मीडिया, वाराणसी
महाराष्ट्र में हिंदी भाषियों पर हो रहे हमलों के विरोध में शुक्रवार को काशी में समाजवादी यूथ ब्रिगेड ने जोरदार प्रदर्शन किया। वरुणा शास्त्री घाट पर प्रदर्शनकारियों ने राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे का पुतला फूंकते हुए चेतावनी दी कि यदि यह अराजकता नहीं रुकी, तो दोनों नेताओं को काशी में "जूतों की माला" पहनाकर स्वागत किया जाएगा।
क्यों फूटा गुस्सा?
समाजवादी यूथ ब्रिगेड का आरोप है कि महाराष्ट्र में हिंदी भाषी लोगों पर जानबूझकर हमले किए जा रहे हैं। दुकानों पर तोड़फोड़, मारपीट और धमकियों की घटनाएं बढ़ रही हैं। इसके लिए मनसे और शिवसेना (उद्धव गुट) को ज़िम्मेदार ठहराया गया है।
आलोक सौरभ, समाजवादी यूथ ब्रिगेड के कार्यकर्ता ने कहा:
> “राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे दोनों ही हिंदी भाषियों का अपमान कर रहे हैं। ये लोग समाज में जहर घोलने का काम कर रहे हैं। अगर काशी में आए, तो उन्हें जूतों की माला पहनाकर ही जवाब मिलेगा।”
मनसे पर गंभीर आरोप
जीशान अंसारी, यूथ ब्रिगेड के राष्ट्रीय सचिव ने बताया कि:
> “मनसे और उद्धव ठाकरे की पार्टी के कार्यकर्ता महाराष्ट्र में हिंदी भाषियों पर हमले करवा रहे हैं। यह देश में अराजकता और समाज को बांटने का षड्यंत्र है। अगर ये घटनाएं नहीं रुकीं तो समाजवादी पार्टी सड़कों पर उतरकर राष्ट्रव्यापी आंदोलन छेड़ेगी।”
हिंदी बनाम मराठी: राजनीति की नई दरार?
यह घटनाक्रम इस ओर इशारा करता है कि हिंदी बनाम मराठी की राजनीति अब केवल महाराष्ट्र तक सीमित नहीं रही। इसका असर देश के दूसरे हिस्सों, खासकर उत्तर भारत में भी देखने को मिल रहा है।
निष्कर्ष
काशी की धरती से शुरू हुआ यह विरोध क्या एक बड़े आंदोलन का रूप लेगा? क्या ठाकरे बंधु कोई सफाई देंगे? और क्या महाराष्ट्र सरकार इस गहराते तनाव को हल करने की पहल करेगी? आने वाले दिन इस पर निर्णायक साबित हो सकते हैं।
रिपोर्टर: नोमेश कुलदीप श्रीवास्तव
स्थान: वाराणसी
मंच: भारतवर्ष मीडिया













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