निरजला एकादशी पर भारतीय नि:स्वार्थ सेवा समिति द्वारा शरबत एवं शिकंजी वितरण कार्यक्रम का आयोजन
- bharatvarshsamaach
- Jun 6
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स्थान: नौगांवा रोड, जनपद अमरोहा
तिथि: आज, पावन निरजला एकादशी 2025
आज निरजला एकादशी के पावन अवसर पर *भारतीय नि:स्वार्थ सेवा समिति, जनपद अमरोहा* द्वारा एक विशेष सेवा कार्यक्रम के अंतर्गत *राहगीरों को शीतल शरबत व शिकंजी* का वितरण किया गया। भीषण गर्मी के बीच राहगीरों को राहत प्रदान करने हेतु यह आयोजन *नौगांवा रोड* पर किया गया।
### कार्यक्रम का शुभारंभ
कार्यक्रम की शुरुआत समिति के *संरक्षक श्री नरेश सिद्धू, **डॉ. गजेंद्र पाल सिंह* एवं *समाजसेवी श्री आदित्य गोयल* द्वारा की गई। इन सभी गणमान्य व्यक्तियों ने अपने कर कमलों से शरबत वितरण कर सेवा कार्य का आरंभ किया।
समिति की सक्रिय भूमिका
समिति के अध्यक्ष श्री अरविंद श्रोत्रिय ने बताया कि समिति द्वारा प्रतिवर्ष निरजला एकादशी पर शरबत वितरण का आयोजन किया जाता है। साथ ही, समिति वर्ष भर निर्धन कन्याओं के विवाह, जरूरतमंदों के इलाज, और बच्चों की शिक्षा में भी नि:स्वार्थ सहयोग करती है।
कोषाध्यक्ष श्री विपुल अग्रवाल ने बताया कि समिति का मुख्य उद्देश्य समाज के ऐसे वर्गों तक सहायता पहुँचाना है जो असहाय और जरूरतमंद हैं। त्योहारों के अवसरों पर भी समिति कामकाजी महिलाओं और मजदूर वर्ग को सहयोग प्रदान करती है, जिससे वे भी त्योहारों को हर्षोल्लास से मना सकें।
महामंत्री श्री दीप कुमार गिरी ने कहा, “चिलचिलाती गर्मी में राहगीरों को ठंडा शरबत पिलाना एक पुण्य का कार्य है। आज इस सेवा कार्य में भाग लेकर हम सभी अत्यंत अभिभूत हैं। ईश्वर से यही कामना है कि ऐसे कार्य हमें बार-बार करने का अवसर मिलता रहे।”
आज के कार्यक्रम में समिति के विभिन्न सदस्यों ने पूर्ण उत्साह और सेवा-भाव से भाग लिया। प्रमुख रूप से उपस्थित थे:
श्री सुनील कुमार चौहान,श्री अखिलेश चौहान,श्री सोनू गोला,श्री उमेश कुमार,श्री सौरभ सक्सेना,श्री ऋषभ अग्रवाल,श्री राजनिकेतन शर्मा,कु. राधिका श्रोत्रिय,श्री मनोज शर्मा,श्री आकाश अग्रवाल, श्री निशिल सरन अग्रवाल,श्री पंकज राणा
सभी सदस्यों ने अपने हाथों से राहगीरों को शरबत और शिकंजी वितरित कर सेवा कार्य को सफल बनाया।
भारतीय नि:स्वार्थ सेवा समिति* समाज सेवा का एक सशक्त उदाहरण बन चुकी है। निस्वार्थ सेवा, समर्पण और सद्भाव से भरे ऐसे आयोजन समाज में *सकारात्मक ऊर्जा और सहयोग की भावना* को बढ़ावा देते हैं।

















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