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बरेली से खुलासा: “हैदरी दल 25” के नाम पर निजी जीवन में हस्तक्षेप का संगठित नेटवर्क

  • bharatvarshsamaach
  • Jun 24
  • 2 min read
BYTE - IPS अंशिका वर्मा (SSP बरेली दक्षिण)

13 वर्षीय बच्चे से यौन शोषण, महिलाओं की गोपनीयता भंग, 40 आपत्तिजनक वीडियो बरामद — नबी हसन गिरफ्तार


बरेली | भारतवर्ष समाचार ब्यूरो

थाना फरीदपुर, बरेली में दर्ज एक आपराधिक मुकदमे की जांच के दौरान पुलिस ने एक ऐसे नेटवर्क का पर्दाफाश किया है जो न केवल बच्चों के साथ यौन अपराधों में लिप्त था, बल्कि महिलाओं की निजता भंग कर उन्हें मानसिक, सामाजिक और डिजिटल रूप से प्रताड़ित कर रहा था। इस पूरे नेटवर्क का संचालन व्हाट्सएप ग्रुप “हैदरी दल 25” के नाम से किया जा रहा था।


मामले में गिरफ्तार युवक नबी हसन, जो एक मदरसे में हाफ़िज़ की पढ़ाई कर रहा था, के मोबाइल से 13 वर्षीय एक बच्चे के साथ किए गए कृत्यों के 40 से अधिक आपत्तिजनक वीडियो बरामद हुए हैं। इनमें से कुछ वीडियो मदरसे के अंदर, जबकि अन्य बाहर की लोकेशनों पर रिकॉर्ड किए गए हैं।



जांच में सामने आई प्रमुख बातें:


* हैदरी दल 25 नामक व्हाट्सएप ग्रुप उत्तर प्रदेश के कई जनपदों में संचालित हो रहा था।

* यह समूह महिलाओं की गतिविधियों पर निगरानी रखता था, खासतौर पर जब वे सार्वजनिक स्थलों, पार्कों या सड़कों पर अपने मित्रों के साथ होती थीं।

* ऐसे अवसरों पर लड़कियों की वीडियो चुपचाप बनाई जाती थीं, और फिर ग्रुप में साझा कर टिप्पणियों व टिप्पणीकर्ताओं के बीच प्रसारित किया जाता था।

* कुछ वीडियो और फोटो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वायरल भी किए गए।

* विरोध करने पर पीड़ित युवतियों से मारपीट की जाती थी, और परिजनों को कॉल कर धमकाया जाता था।



निजता का उल्लंघन: एक और पहलू


जांच के दौरान यह भी सामने आया कि जिशान नामक व्यक्ति का मोबाइल नंबर बिना उसकी अनुमति के प्रयोग कर ग्रुप बनाया गया, और उसे एडमिन बना दिया गया। यह कृत्य न केवल आईटी अधिनियम बल्कि निजता के अधिकार का भी घोर उल्लंघन है।



कानूनी कार्रवाई:


थाना फरीदपुर में नबी हसन के विरुद्ध

* POCSO अधिनियम,

* सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम (IT Act),

* तथा भारतीय दंड संहिता (BNS) की गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है।


पुलिस ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। बरामद मोबाइल व डिजिटल डिवाइस फॉरेंसिक जांच हेतु भेजे गए हैं।



विस्तृत जांच जारी


साइबर सेल, महिला थाना और अन्य एजेंसियों की मदद से पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि इस ग्रुप में और कौन-कौन लोग शामिल थे और किन जनपदों में इसका प्रभाव था।


पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में हर उस व्यक्ति के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी, जिसकी भूमिका स्पष्ट रूप से सामने आएगी।



भारतवर्ष समाचार निष्पक्ष पत्रकारिता के सिद्धांतों के साथ इस मामले की हर पहलू पर निगरानी बनाए हुए है।

 
 
 

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