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बिजनौर में बड़ा सड़क हादसा: खड़े ट्रक में जा घुसी तेज रफ्तार कार, दो लोग गंभीर रूप से घायल

  • bharatvarshsamaach
  • Jun 28
  • 2 min read
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बिजनौर, उत्तर प्रदेश। जनपद बिजनौर के थाना मंडावर क्षेत्र में शुक्रवार सुबह एक बड़ा सड़क हादसा उस समय हो गया जब एक तेज रफ्तार कार सड़क किनारे खड़े ट्रक में जा घुसी। हादसे में कार सवार दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना चंदक मार्ग स्थित शराब हट्टी के पास की बताई जा रही है।


हादसा कैसे हुआ?


प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सफेद रंग की कार तेज रफ्तार से मंडावर की ओर से चंदक की तरफ जा रही थी। जैसे ही कार शराब ठेके के पास पहुंची, चालक ने नियंत्रण खो दिया और कार सीधा सड़क किनारे खड़े ट्रक में जा घुसी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार का अगला हिस्सा पूरी तरह पिचक गया।


स्थानीय लोगों का कहना है कि कार चालक को झपकी आ गई थी, जिससे वह ट्रक को नहीं देख सका और सीधा उसमें जा घुसा। हादसे की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे।


पुलिस और एंबुलेंस मौके पर पहुंची


घटना की सूचना मिलते ही मंडावर पुलिस मौके पर पहुंच गई। घायल अवस्था में दोनों युवकों को कार से बाहर निकाला गया। पुलिस ने तुरंत एंबुलेंस बुलाकर दोनों घायलों को जिला अस्पताल भेजा, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।


डॉक्टरों ने बताया नाजुक हालत


जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में तैनात डॉक्टरों के मुताबिक दोनों युवकों को सिर, छाती और पैरों में गंभीर चोटें आई हैं। उनमें से एक की हालत अत्यंत नाजुक बनी हुई है। यदि आवश्यकता पड़ी तो उन्हें मेरठ या हायर सेंटर रेफर किया जा सकता है।


कौन थे घायल युवक?


प्राप्त जानकारी के अनुसार घायल युवक बिजनौर के ही रहने वाले हैं, हालांकि पुलिस ने फिलहाल उनकी पहचान उजागर नहीं की है। उनके परिजनों को सूचना दे दी गई है और वे अस्पताल पहुंच चुके हैं।


स्थानीय लोगों में आक्रोश


इस हादसे के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश देखा गया। लोगों का कहना है कि चंदक मार्ग पर भारी वाहन अक्सर लंबे समय तक सड़क किनारे खड़े रहते हैं, जिससे खतरा बना रहता है। खासकर शराब की दुकान के आसपास वाहन चालकों का ध्यान भटक जाता है और दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है।


पुलिस का बयान


थाना मंडावर के प्रभारी निरीक्षक ने बताया, “घटना की जांच की जा रही है। प्राथमिक जांच में नींद की झपकी हादसे का कारण प्रतीत हो रही है। ट्रक और कार दोनों को कब्जे में ले लिया गया है। सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।”


बार-बार हो रही हैं ऐसी घटनाएं


बताया जा रहा है कि यह क्षेत्र पहले भी कई सड़क हादसों का गवाह बन चुका है। सड़क पर अंधाधुंध रफ्तार और बिना इंडिकेटर के खड़े भारी वाहन इन दुर्घटनाओं का मुख्य कारण हैं। बावजूद इसके, न तो प्रशासन द्वारा कोई चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं और न ही कोई नियमित निगरानी होती है।


सड़क सुरक्षा पर उठे सवाल


इस हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यातायात विभाग की उदासीनता और लापरवाही के चलते सड़कें मौत के कुंए बनती जा रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे क्षेत्रों में रिफ्लेक्टर, स्पीड ब्रेकर और चेतावनी संकेतक लगाए जाने चाहिए, जिससे इस तरह के हादसों से बचा जा सके।


रिपोर्ट: शकील अहमद

स्रोत: भारतवर्ष समाचार


 
 
 

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