भ्रष्टाचार व निजीकरण के विरुद्ध भाकियू शंकर का हल्ला बोल, सम्पूर्ण समाधान दिवस पर सौंपा 22 सूत्रीय मांगपत्र
- bharatvarshsamaach
- Jun 21
- 2 min read

भारतवर्ष समाचार विशेष रिपोर्ट |
हसनपुर (अमरोहा), 21 जून 2025
सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर हसनपुर तहसील परिसर में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) शंकर गुट ने किसानों की समस्याओं को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने भाग लिया और क्षेत्रीय व प्रदेश स्तरीय जनसमस्याओं को लेकर 22 सूत्रीय मांगपत्र सौंपते हुए प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन होगा।
भाकियू शंकर के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी दिवाकर सिंह ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि हसनपुर तहसील क्षेत्र में भ्रष्टाचार चरम पर है। सरकार की ओर से अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटरों के खिलाफ अभियान की आड़ में कई वैध केंद्र भी बंद कर दिए गए हैं, जिससे मरीजों को इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है। वैध सेंटरों को पुनः चालू किया जाए और अवैध सेंटरों पर कड़ी कार्रवाई हो।
उन्होंने बताया कि सरकार ने किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) की सीमा बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी है, लेकिन उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक की 4,600 शाखाएं अभी भी इस नियम को लागू नहीं कर रही हैं। इससे किसान आर्थिक संकट में हैं।
प्रदर्शन में किसानों ने यह भी आरोप लगाया कि यूरिया-डीएपी के साथ जबरन नैनो यूरिया बेचा जा रहा है। उन्होंने दोषी डीलरों के लाइसेंस निरस्त करने की मांग की। साथ ही जैविक व प्राकृतिक खेती को लेकर सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि उचित मूल्य न मिलने से किसान हताश हैं।
मुख्य मांगें इस प्रकार हैं:
🔹 कृषि फीडर से 10 घंटे नियमित बिजली आपूर्ति
🔹 गलत मीटर रीडिंग से उत्पन्न अधिक बिलों की जांच व सुधार
🔹 अमरोहा विकास प्राधिकरण का गठन
🔹 नक्शा पास कराने के नाम पर हो रही अवैध वसूली पर रोक
🔹 गंगा धाम तिगरी में शवदाह गृह व ब्रजघाट तक रिवर फ्रंट निर्माण
🔹 हरी-भरी आम की बागों को काटने पर रोक व दोषियों पर कार्रवाई
🔹 हजारों एकड़ सरकारी भूमि से भू-माफियाओं को हटाकर गौशालाएं व वृक्षारोपण
🔹 मध्य गंगा नहर फेस-2 से शीघ्र जल आपूर्ति
🔹 खतरनाक कीटनाशकों के उपयोग पर प्रतिबंध
🔹 गांवों की टूटी सड़कों की मरम्मत व संपर्क मार्गों का निर्माण
🔹 आधार संशोधन केंद्रों पर अवैध वसूली बंद हो
🔹 नए तहसील भवन में शीघ्र कार्यालय स्थानांतरण हो
🔹 खूंखार कुत्तों के हमलों से निजात दिलाने की ठोस व्यवस्था
अंत में भाकियू शंकर ने चेताया कि यदि इन जनसमस्याओं का शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो संगठन चरणबद्ध आंदोलन करने को बाध्य होगा, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
प्रमुख उपस्थिति:
चौधरी धर्मवीर सिंह, राकेश सिंह, प्रधान हरि सैनी, मुकुट लाल सैनी, वीर सिंह सैनी, राकेश चौहान, बबिता रानी, मंजू शर्मा, पृथी, रवि चौधरी, याकूब खां, फुरकान, सीताराम सैनी समेत सैकड़ों किसान व कार्यकर्ता शामिल रहे।
भारतवर्ष समाचार |
आपकी आवाज़, आपकी पहचान

















Comments