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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का राष्ट्र को संबोधन: संविधान और लोकतंत्र सर्वोपरि, भारत आत्मनिर्भर की राह पर अग्रसर

  • bharatvarshsamaach
  • Aug 14
  • 1 min read
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु राष्ट्र को संबोधित करते हुए ।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु राष्ट्र को संबोधित करते हुए ।

रिपोर्ट: भारतवर्ष समाचार, अमरोहा


नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस 2025 के पूर्व, गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि संविधान और लोकतंत्र हमारे लिए सर्वोपरि हैं। उन्होंने देशवासियों से आग्रह किया कि वे लोकतंत्र और संविधान की रक्षा में हमेशा सक्रिय भूमिका निभाएं।


राष्ट्रपति ने आत्मनिर्भर भारत की दिशा में देश की प्रगति पर जोर देते हुए कहा कि कई चुनौतियों के बावजूद भारत तेजी से विकास कर रहा है। उन्होंने आर्थिक उपलब्धियों की ओर इशारा करते हुए बताया कि निर्यात लगातार बढ़ रहा है, जो देश की अर्थव्यवस्था के मजबूत होने का संकेत है।


उन्होंने शहरीकरण और ग्रामीण विकास दोनों पर ध्यान दिलाया और बताया कि जल जीवन मिशन के तहत देश के अधिकांश गांवों में अब सुरक्षित और स्वच्छ पेयजल उपलब्ध है। राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि स्वतंत्रता दिवस केवल उत्सव का दिन नहीं है, बल्कि यह हमें हमारे वीर स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान और उनके संघर्ष की याद दिलाता है।


राष्ट्रपति ने देशवासियों से यह संदेश भी दिया कि तिरंगा केवल एक ध्वज नहीं, बल्कि हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष और उनके आदर्शों का प्रतीक है। उन्होंने सभी नागरिकों से एकता, अखंडता और देशभक्ति के मूल्यों का पालन करने की अपील की।


मुख्य बातें:

  • संविधान और लोकतंत्र सर्वोपरि

  • आत्मनिर्भर भारत की दिशा में तेजी

  • निर्यात में लगातार वृद्धि

  • जल जीवन मिशन के तहत गांवों में पेयजल उपलब्ध

  • स्वतंत्रता दिवस पर देशभक्ति और वीरों के बलिदान को याद करना



 भारतवर्ष समाचार  ब्यूरो

 संपर्क: 9410001283

 वेबसाइट: www.bharatvarshsamachar.org


 
 
 

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