संभल का कल्कि धाम बनेगा अगला अयोध्या: डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने की मंदिर निर्माण कार्य की समीक्षा
- bharatvarshsamaach
- Jul 31
- 2 min read
रिपोर्ट: प्रदीप मिश्रा, भारतवर्ष समाचार
स्थान: एंचोड़ा कंबोह, संभल
श्री हरि कल्कि मंदिर को विश्वस्तरीय तीर्थस्थल बनाने का संकल्प
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बुधवार को संभल जनपद के एंचोड़ा कंबोह स्थित श्री कल्कि धाम मंदिर पहुंचकर निर्माणाधीन भव्य मंदिर का निरीक्षण किया। उन्होंने गर्भगृह में शिला दान किया, विधिवत पूजा-अर्चना की और मंदिर को “अयोध्या की तरह एक दिव्य तीर्थस्थल” बनाने की बात कही।
मंदिर पहुंचने पर डिप्टी सीएम को गार्ड ऑफ ऑनर और पुष्पगुच्छ देकर सम्मानपूर्वक स्वागत किया गया।
डिप्टी सीएम बोले – “यह केवल मंदिर नहीं, सनातन संस्कृति का प्रतीक बनेगा”
मीडिया से बातचीत में डिप्टी सीएम ने कहा:
“जिस तरह पांच सौ वर्षों के बाद हमने अयोध्या में श्रीराम मंदिर बनते देखा, उसी तरह अब भगवान श्री हरि कल्कि मंदिर भी बन रहा है। इसमें शिला दान करना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सौभाग्य है।”
उन्होंने आगे कहा कि आचार्य प्रमोद कृष्णम के नेतृत्व में जिस संकल्प और समर्पण के साथ यह मंदिर बन रहा है, वह न केवल भारत, बल्कि विश्व स्तर पर सनातन परंपरा की पहचान बनेगा। उन्होंने आचार्य के कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें बार-बार धन्यवाद दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के योगदान का भी किया उल्लेख
डिप्टी सीएम ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं पिछले वर्ष इस मंदिर के निर्माण की आधारशिला रखी थी और आज यह कार्य गति पकड़ चुका है। उन्होंने विश्वास जताया कि यह मंदिर तय समय में पूर्ण होगा और वे स्वयं लोकार्पण में शामिल होकर उस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनेंगे।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार का आश्वासन
अपने संभल दौरे के दौरान ब्रजेश पाठक ने एंचोड़ा कंबोह क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने का भी आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि सरकार इस क्षेत्र को हर संभव सुविधा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
राजनीतिक सवालों से किया किनारा
जब मीडिया ने सपा सांसद डिंपल यादव से जुड़े सवाल पूछे, तो उन्होंने संयमित प्रतिक्रिया देते हुए कहा:
“यह हमारी बहन-बेटी के सम्मान का विषय है। हम किसी भी नारी के सम्मान से कोई समझौता नहीं करेंगे।”
कल्कि धाम: एक नया अध्याय
संभल का श्री हरि कल्कि मंदिर अब केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक केंद्र के रूप में उभर रहा है। सरकार और संत समाज का साझा प्रयास इस धाम को आगामी पीढ़ियों के लिए सनातन संस्कृति की अमूल्य धरोहर बनाएगा।
⸻
लेखक: भारतवर्ष समाचार संवाददाता
संपर्क: 9410001283
वेबसाइट: www.bharatvarshsamachar.org













Comments