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संभल मस्जिद-मंदिर विवाद फिर सुर्खियों में, अदालत ने 3 दिसंबर तय की अगली तारीख

  • bharatvarshsamaach
  • 4 days ago
  • 3 min read


 रिपोर्टर : प्रदीप मिश्रा |

 स्थान :  चंदौसी (संभल), उत्तर प्रदेश

 तारीख :  6 नवंबर 2025


चंदौसी (संभल)। संभल की शाही जामा मस्जिद बनाम हरिहर मंदिर के दावे को लेकर चल रहा देश का चर्चित मामला एक बार फिर चर्चा में है। गुरुवार को चंदौसी स्थित सिविल जज सीनियर डिविजन आदित्य सिंह की अदालत में इस मामले की सुनवाई हुई।

अदालत ने अगली सुनवाई की तारीख 3 दिसंबर 2025 तय की है। अदालत परिसर में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए थे।


अदालत में दोनों पक्षों की जोरदार बहस

सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं ने अपनी-अपनी दलीलें पेश कीं।मुस्लिम पक्ष के अधिवक्ता शकील अहमद वारसी ने अदालत को बताया कि,

“इस विवाद से जुड़ी अपील सुप्रीम कोर्ट में लंबित है, जिसकी अगली सुनवाई 7 नवंबर को होनी है। जब तक उच्चतम न्यायालय में मामला विचाराधीन है, तब तक निचली अदालत में कार्यवाही रोक दी जानी चाहिए।”

वहीं, हिंदू पक्ष के अधिवक्ता गोपाल शर्मा ने तर्क दिया कि,

“सुप्रीम कोर्ट के स्टे ऑर्डर को देखते हुए निचली अदालत ने अगली तारीख 3 दिसंबर तय की है। यह मामला ऐतिहासिक और आस्था से जुड़ा हुआ है, इसलिए निष्पक्ष जांच और सर्वे जरूरी है।”

इससे पहले इस केस की सुनवाई 25 सितंबर 2025 को हुई थी, जिसमें कोर्ट ने अगली तारीख तय करते हुए दोनों पक्षों से आवश्यक दस्तावेज मांगे थे।


विवाद की जड़: हरिहर मंदिर होने का दावा

यह विवाद 19 नवंबर 2024 को शुरू हुआ, जब हिंदू पक्ष की ओर से अधिवक्ता हरिशंकर जैन, विष्णु शंकर जैन सहित आठ लोगों ने अदालत में याचिका दाखिल की।याचिका में दावा किया गया कि —

“संभल की शाही जामा मस्जिद, प्राचीन हरिहर मंदिर के अवशेषों पर बनाई गई है, जिसके प्रमाण परिसर में मौजूद हैं।”

अदालत के आदेश पर 19 नवंबर को पहला सर्वे किया गया।उसके बाद 24 नवंबर 2024 को दूसरी बार सर्वे टीम मस्जिद पहुंची, लेकिन इस बार माहौल बिगड़ गया और देखते ही देखते स्थिति हिंसक हो गई।


सर्वे के दौरान मचा बवाल

दूसरे सर्वे के दौरान स्थिति पूरी तरह नियंत्रण से बाहर हो गई। पथराव, आगजनी और हिंसा की घटनाओं से शहर दहल उठा।इस दौरान चार लोगों की मौत हो गई, जबकि 29 पुलिसकर्मी घायल हुए।शहर में धारा 144 लागू कर दी गई और भारी पुलिस बल तैनात किया गया।


पुलिस ने इस हिंसा के मामले में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और शाही जामा मस्जिद के सदर जफर अली के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया।इसके अलावा 2750 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई थी।कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा चुकी है।


प्रशासन अलर्ट, कोर्ट परिसर में सुरक्षा कड़ी

मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए प्रशासन ने अदालत परिसर और शहर के प्रमुख इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की है।सीओ चंदौसी ने बताया कि,

“शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और पीएसी के जवान लगातार पेट्रोलिंग कर रहे हैं। किसी भी तरह की अफवाह या भड़काऊ गतिविधि पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

अब 3 दिसंबर को अगली सुनवाई

अदालत ने अगली सुनवाई की तारीख 3 दिसंबर 2025 तय की है।इस दिन दोनों पक्षों की ओर से अपने दस्तावेज और तर्क पेश किए जाएंगे।इसी बीच सुप्रीम कोर्ट में भी इस विवाद से जुड़ी अपील पर सुनवाई 7 नवंबर को प्रस्तावित है।


इस बहुचर्चित विवाद पर अब पूरे देश की निगाहें टिकी हैं।


बाइट्स:

  • श्री गोपाल शर्मा, हिंदू पक्ष के अधिवक्ता

  • श्री शकील अहमद वारसी, मुस्लिम पक्ष के अधिवक्ता


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 भारतवर्ष समाचार  ब्यूरो

 संपर्क: 9410001283

 वेबसाइट: www.bharatvarshsamachar.org

 
 
 

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