संभल में बुलडोजर एक्शन का नया चेहरा: जब बीजेपी नेता ने खुद तोड़ी अपनी दुकानें
- bharatvarshsamaach
- Jun 28
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रिपोर्ट: प्रदीप मिश्रा | भारतवर्ष समाचार
उत्तर प्रदेश की राजनीति में “बुलडोजर” अब केवल एक प्रतीक नहीं रहा, बल्कि एक स्पष्ट संदेश बन गया है — कानून सबके लिए बराबर है।
योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अतिक्रमण विरोधी अभियान लगातार जारी है, और इस बार इसकी ज़द में सिर्फ आम नागरिक नहीं, बल्कि सत्तारूढ़ दल के नेता भी आ गए हैं।
संभल में चला प्रशासन का डंडा, पहले दी चेतावनी फिर मांगी जिम्मेदारी
संभल के हयात नगर बहजोई मार्ग पर पीडब्ल्यूडी रोड की सीमा में बनी 22 दुकानों और भवनों को प्रशासन ने अवैध घोषित किया। सभी को नोटिस देकर खुद अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया गया। खास बात ये रही कि इस कार्रवाई की चपेट में भाजपा के जिला मंत्री जयप्रकाश गुप्ता की भी 5 दुकानें आ गईं।
जब खुद हथौड़ा उठाया बीजेपी जिला मंत्री ने
सरकारी आदेश का पालन करते हुए जयप्रकाश गुप्ता ने न केवल मजदूर लगाए, बल्कि खुद भी हथौड़ा चलाकर अपनी 70 साल पुरानी पैतृक दुकानों को ध्वस्त किया।
इस कदम ने साफ संदेश दिया कि कानून के सामने किसी की भी पहचान मायने नहीं रखती — चाहे वो नेता ही क्यों न हो।
जयप्रकाश गुप्ता कहते हैं:
“हम सरकार के आदेशों के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। नियम सबके लिए बराबर हैं, इसलिए मैंने खुद ही अपनी दुकानों को तोड़ा है।”
यही नहीं, गुलाब देवी भी दे चुकी हैं ऐसा ही संदेश
इससे पहले राज्यमंत्री गुलाब देवी ने भी संभल के चंदौसी क्षेत्र में स्थित अपने आवास के बाहर अपने पिता की दुकान को खुद ही तोड़कर एक मजबूत राजनीतिक-सामाजिक संदेश दिया था।
क्या है इस कार्रवाई का बड़ा मतलब?
इस तरह की कार्रवाइयाँ अब सिर्फ प्रशासनिक नहीं रहीं, ये एक राजनीतिक और सामाजिक संदेश भी बन चुकी हैं — सरकार की नजर में सभी नागरिक एक बराबर हैं।
बुलडोजर अब किसी वर्ग विशेष पर नहीं, बल्कि सिस्टम को सुधारने का माध्यम बनता दिख रहा है।
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रिपोर्टर: प्रदीप मिश्रा
भारतवर्ष समाचार
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