संभल में भीड़तंत्र का कहर: दवा लेने निकले दो किशोरों को चोर समझ कर खंभे से बांधा, बेरहमी से पीटा
- bharatvarshsamaach
- Jul 26
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स्थान: नखासा, जनपद संभल
रिपोर्टर: प्रदीप मिश्रा | भारतवर्ष समाचार
तारीख: 26 जुलाई 2025
बिना सबूत भीड़ का इंसाफ – इंसानियत पर फिर लगा सवालिया निशान
जनपद संभल के नखासा थाना क्षेत्र से एक मानवता को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है, जहां दवा लेने निकले दो किशोरों को भीड़ ने चोर समझकर खंभे से बांध दिया और बेल्ट, लाठी-डंडों से बेरहमी से पीटा। यह पूरी घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और लोगों में आक्रोश का माहौल है।
LIVE वीडियो में कैद हुई बर्बरता
प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा शूट की गई LIVE वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि ग्रामीणों की भीड़ ने दोनों किशोरों को बिजली के खंभे से बांधकर निर्ममता से पीटा।
बेल्ट, डंडों और लात-घूंसों से हमला
किसी की कोई सुनवाई नहीं
भीड़ ने बिना किसी सबूत के चोर ठहरा दिया
दवा लेने निकले थे दोनों किशोर
दोनों किशोर अपनी बीमार मां के लिए दवा लेने निकले थे, लेकिन गांव में उन्हें संदिग्ध मान लिया गया और भीड़ ने न्याय अपने हाथ में ले लिया।भीड़तंत्र का यह चेहरा फिर यह सवाल उठाता है कि क्या अब इंसाफ कोर्ट नहीं, सड़क पर होगा?
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बचाई जान
घटना की जानकारी मिलते ही डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची और दोनों किशोरों को भीड़ के चंगुल से छुड़ाया गया।
दोनों की हालत गंभीर बताई जा रही है
उन्हें संभल के संयुक्त जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है
इलाज जारी है
थाना प्रभारी का बयान
नखासा थाना प्रभारी रजनीश कुमार ने बताया:
“घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची।पीड़ित पक्ष की तहरीर के आधार पर FIR दर्ज की जा रही है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
निष्कर्ष: भीड़तंत्र पर काबू जरूरी
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि भीड़तंत्र समाज के लिए एक गंभीर खतरा बन चुका है।जब कानून को ताक पर रख कर भीड़ फैसले लेने लगे, तो मासूम भी दोषी ठहराए जाते हैं।ज़रूरत है कि ऐसे मामलों में त्वरित और कड़ी कार्रवाई हो, ताकि कोई भी भीड़ के नाम पर कानून अपने हाथ में लेने की हिम्मत न करे।













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