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सैफई महोत्सव पर धर्मवीर प्रजापति का बड़ा हमला, योगी सरकार के फैसले का जोरदार समर्थन

  • bharatvarshsamaach
  • Oct 25
  • 2 min read


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 रिपोर्टर : प्रदीप मिश्रा |

 स्थान: संभल, उत्तर प्रदेश

 तारीख: 25 अक्टूबर 2025


उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हालिया आदेश, जिसके तहत हलाल सर्टिफाइड वस्तुओं की बिक्री पर रोक लगाई गई है, ने राज्य के सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। इस फैसले को लेकर विपक्ष में भारी आलोचना देखने को मिली, वहीं होमगार्ड मंत्री और संभल जिले के प्रभारी मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने इसका जोरदार समर्थन किया और विपक्ष को करारा संदेश दिया।


धर्मवीर प्रजापति का बयान


धर्मवीर प्रजापति ने कहा कि:

“हमारे मुख्यमंत्री जो भी फैसला लेते हैं, वह देशहित और समाजहित के लिए होता है। हलाल सर्टिफिकेशन पर रोक का मुख्य कारण यही है कि इससे आने वाला पैसा देश की एकता और अखंडता के लिए बाधक बन सकता था। यह राष्ट्र निर्माण में रुकावट डालने वाला तंत्र था। इसलिए यह फैसला स्वागत योग्य है।”

मंत्री ने आगे जोर देकर कहा कि योगी आदित्यनाथ कभी भी बिना ठोस जानकारी निर्णय नहीं लेते।

“इतने बड़े राज्य के मुख्यमंत्री जब कोई निर्णय लेते हैं तो उनके पास जमीन पर पूरी जानकारी होती है। जनता और कार्यकर्ताओं को उनके फैसले के साथ खड़ा होना चाहिए।”

धर्मवीर प्रजापति ने यह भी स्पष्ट किया कि यह निर्णय धर्म और संस्कृति के पुनर्जीवन के लिए महत्वपूर्ण है।


सैफई महोत्सव बनाम दीपोत्सव

धर्मवीर प्रजापति ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर करारा तंज कसा। उन्होंने कहा:

“अखिलेश जी की सरकार में सैफई महोत्सव में करोड़ों रुपये उड़ाए जाते थे। न तो धार्मिक आयोजन, न सांस्कृतिक प्रेरणा—बस दिखावा और ऐशो-आराम! लेकिन आज योगी सरकार में दीपोत्सव हो रहा है, रामलीला हो रही है और भगवान राम का मंदिर बन रहा है। यह आस्था और संस्कृति का पुनर्जागरण है।”

प्रजापति ने जनता से सवाल किया कि:

“सैफई महोत्सव में कौन सा किला या मंदिर था, जहां करोड़ों रुपये खर्च किए गए? बग्गी कहां से मंगाई गई थी? जनता सब जानती है और यही कारण है कि वह सत्ता से दूर हैं और आगे भी रहेंगे।”

हलाल सर्टिफिकेशन पर योगी सरकार का निर्णय

धर्मवीर प्रजापति ने स्पष्ट किया कि हलाल सर्टिफिकेशन पर रोक का निर्णय राष्ट्र और समाजहित में लिया गया है। उनके अनुसार, ऐसे प्रमाण पत्रों से आने वाला पैसा देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा पैदा कर सकता था। उन्होंने कहा कि योगी सरकार का यह कदम देशभक्ति और संस्कृति की रक्षा का उदाहरण है।


2027 में योगी सरकार की वापसी

धर्मवीर प्रजापति ने भविष्यवाणी करते हुए कहा:

“2027 में उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की वापसी तय है। एनडीए हर क्षेत्र में मजबूत स्थिति में है। धरातल पर रिपोर्ट यह दिखा रही है कि जनता योगी सरकार के साथ है। बिहार के लोग भी अब जंगलराज नहीं चाहते। 2027 में भाजपा पहले से ज्यादा सीटों के साथ सत्ता में आएगी।”

निष्कर्ष

धर्मवीर प्रजापति के बयान ने यह साफ कर दिया है कि योगी सरकार के फैसले सिर्फ प्रशासनिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और राष्ट्रहित में भी हैं। उन्होंने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए सैफई महोत्सव की फिजूलखर्ची और दिखावे पर सवाल उठाए।

इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ गई है, और यह देखना होगा कि विपक्ष इस पर किस तरह प्रतिक्रिया देता है।


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 भारतवर्ष समाचार  ब्यूरो

 संपर्क: 9410001283

 वेबसाइट: www.bharatvarshsamachar.org


 
 
 

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