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अमरोहा में भाकियू (शंकर) का कलेक्ट्रेट पर विशाल धरना-प्रदर्शन, लखनऊ गन्ना संस्थान घेराव की चेतावनी

  • bharatvarshsamaach
  • Aug 19
  • 2 min read
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"किसानों की मांगों को लेकर भाकियू (शंकर) का अमरोहा में शक्ति प्रदर्शन"
"किसानों की मांगों को लेकर भाकियू (शंकर) का अमरोहा में शक्ति प्रदर्शन"
"किसानों की मांगों को लेकर भाकियू (शंकर) का अमरोहा में शक्ति प्रदर्शन"
"किसानों की मांगों को लेकर भाकियू (शंकर) का अमरोहा में शक्ति प्रदर्शन"

रिपोर्ट: भारतवर्ष समाचार | अमरोहा | 19 अगस्त 2025


भारतीय किसान यूनियन (शंकर) ने मंगलवार को अमरोहा कलेक्ट्रेट पर अपनी विभिन्न किसान और जनहित से जुड़ी मांगों को लेकर जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। सैकड़ों की संख्या में जुटे किसानों ने प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो संगठन जल्द ही लखनऊ के डालीबाग स्थित गन्ना संस्थान का घेराव करेगा।


धरने की अध्यक्षता चौधरी धर्मवीर सिंह ने की, जबकि संचालन जितेंद्र चौहान द्वारा किया गया। इस दौरान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी दिवाकर सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रशासनिक तंत्र में फैले भ्रष्टाचार के कारण किसान और आम जनता बर्बादी की कगार पर पहुंच चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारी योजनाओं का लाभ जमीनी स्तर पर किसानों तक नहीं पहुंच पा रहा है।


प्रमुख मुद्दे उठाए गए:


  • यूरिया की भारी कमी से धान और गन्ने की फसलें प्रभावित हो रही हैं।

  • स्मार्ट मीटरों का जबरन थोपना और बिजली विभाग की मनमानी किसानों के उत्पीड़न का कारण बन रही है।

  • चकबंदी विभाग में व्याप्त अनियमितताओं और भ्रष्टाचार पर भी नाराजगी जताई गई।

  • बिजली विभाग के निजीकरण का संगठन ने तीखा विरोध किया।

  • विधानसभा में नेताओं के भत्तों में त्वरित वृद्धि पर भी सवाल उठाए गए और किसानों के लिए गन्ना मूल्य में 50% बढ़ोतरी की मांग रखी गई।


लखनऊ घेराव की चेतावनी


भाकियू (शंकर) ने स्पष्ट किया कि यदि प्रशासन ने किसानों की समस्याओं का समाधान जल्द नहीं किया, तो संगठन लखनऊ में गन्ना संस्थान का घेराव कर बड़ा आंदोलन छेड़ेगा।


प्रदर्शन में रहे ये प्रमुख चेहरे मौजूद


कार्यक्रम में संगठन के जिला अध्यक्ष चौधरी नेमपाल सिंह सहित राकेश रतनपुर, अमीपाल फौजी, सुरेंद्र सिंह, योगेंद्र खड़कवंशी, गजेंद्र सिंह, विपिन कुमार, सत्येंद्र सिंह, रामवीर सिंह, और कपिल कुमार जैसे अनेक वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल रहे। महिला कार्यकर्ताओं में बबीता रानी, चंचल देवी, मंजू शर्मा, कविता, जरीना आदि की भी भागीदारी उल्लेखनीय रही।


कुल मिलाकर यह प्रदर्शन किसान समुदाय की नाराजगी और उनकी लंबित मांगों को लेकर सरकार को एक स्पष्ट संदेश था कि अगर समस्याओं की अनदेखी जारी रही तो आंदोलन की तीव्रता और दायरा दोनों बढ़ सकते हैं।



भारतवर्ष समाचार

संपर्क: 9410001283

वेबसाइट: www.bharatvarshsamachar.org

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