top of page

किसानों का बिगुल: 6 अक्टूबर को अमरोहा कलेक्ट्रेट पर महापंचायत और विशाल घेराव की तैयारी

  • bharatvarshsamaach
  • Oct 4
  • 2 min read

 

“किसानों ने संपूर्ण समाधान दिवस अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए
“किसानों ने संपूर्ण समाधान दिवस अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए
अपनी मांगों और चेतावनी पेश की।”
अपनी मांगों और चेतावनी पेश की।”

भारतवर्ष समाचार | अमरोहा |

 तारीख :  04 अक्टूबर 2025


अमरोहा। गजरौला की फैक्ट्रियों से उठ रहे जहरीले धुएं और किसानों की लगातार अनदेखी से किसान अब सशक्त आंदोलन की तैयारी में हैं। भारतीय किसान यूनियन (शंकर) ने संपूर्ण समाधान दिवस अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी है कि यदि 5 अक्टूबर तक किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो 6 अक्टूबर, सोमवार सुबह 11:30 बजे अमरोहा कलेक्ट्रेट पर महापंचायत और घेराव किया जाएगा।


किसानों ने प्रशासन और शासन के समक्ष अपनी बड़ी मांगें स्पष्ट की हैं, जिनमें शामिल हैं:


  • गन्ना मूल्य 518 रुपये प्रति क्विंटल घोषित किया जाए।

  • अवशेष भुगतान पर 15% ब्याज मिले और लापरवाह चीनी मिलों पर दंडात्मक कार्रवाई हो।

  • ग्रामीण बैंक की मनमानी बंद हो, केसीसी सब्सिडी लौटाई जाए और ₹5 लाख की नई लिमिट तुरंत लागू की जाए।

  • बिजली निजीकरण, स्मार्ट मीटर और दरों में बढ़ोतरी का विरोध, गलत बिलिंग पर कड़ी रोक।

  • जिला कारागार और अमरोहा विकास प्राधिकरण का गठन किया जाए और भ्रष्टाचार पर लगाम लगे।

  • गंगा धाम तिगरी से ब्रजघाट तक रिवर फ्रंट बनाकर पर्यटक स्थल घोषित किया जाए।

  • नौगांवा क्षेत्र में तेंदुए के हमले से घायल किसानों को मुआवजा और दर्ज मुकदमों को वापस लिया जाए।

  • मध्य गंगा नहर फेस-2 बहजोई ब्रांच में तत्काल पानी छोड़ा जाए, टूटी-फूटी सड़कों को ठीक कराया जाए।

  • नकली खाद और पेस्टिसाइड की सख्त सैंपलिंग और किसानों को ठगने वाले व्यापारियों पर कार्रवाई।

  • ग्रामीण अंचलों में नियमित रोडवेज बस सेवा शुरू की जाए।

  • गुलडिया और हसनपुर तहसील में रजिस्ट्री कार्यालय और सीओ कार्यालय का निर्माण

  • जिन गांवों में 70% किसान चकबंदी के लिए सहमत नहीं हैं, वहां चकबंदी नहीं कराई जाए।


चेतावनी और आंदोलन की तैयारी

किसान संगठन ने साफ चेतावनी दी है कि यदि अधिकारी महापंचायत स्थल पर नहीं पहुंचे तो किसान आमरण अनशन, भूख-हड़ताल और बड़े प्रदर्शन के लिए मजबूर होंगे, और इसकी पूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन और शासन की होगी।


किसानों का कहना है:

"समाधान नहीं तो आंदोलन!"

ज्ञापन देने वालों में प्रमुख किसान नेता शामिल रहे: चौधरी धर्मवीर सिंह, राकेश रतनपुर, राजकुमार मोनू, चौधरी विक्रम पवार, जगत सिंह चौहान, चौधरी जयपाल सिंह, चौधरी प्रदीप कुमार, चौधरी नेमपाल सिंह, गजराम चौहान, संजय चौहान और नौबाहर चौहान।


किसानों का यह आंदोलन अब अमरोहा प्रशासन के लिए बड़ा संदेश है कि उनके मुद्दों की अनदेखी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी।


  ⸻


 भारतवर्ष समाचार  ब्यूरो

 संपर्क: 9410001283

 वेबसाइट: www.bharatvarshsamachar.org

 
 
 

Comments


Top Stories

bottom of page