चिरगांव: सिम्थरी ग्राम प्रधान ने सचिव पर लगाया 20% कमीशन मांगने का आरोप, विकास कार्य ठप
- bharatvarshsamaach
- Jul 19
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रिपोर्टर: नासिर खान, चिरगांव
स्थान: सिम्थरी, चिरगांव
चिरगांव क्षेत्र के सिम्थरी गांव में विकास कार्यों की रफ्तार ठप हो गई है और इसका कारण बना है ग्राम प्रधान व सचिव के बीच का टकराव। ग्राम प्रधान ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि ब्लॉक की सचिव पूजा समाधिया द्वारा 20% कमीशन की मांग की जा रही है, जिसकी वजह से गांव में किसी भी सरकारी योजना का क्रियान्वयन आगे नहीं बढ़ पा रहा।
"भ्रष्टाचार स्वीकार नहीं" - ग्राम प्रधान का ऐलान
ग्राम प्रधान ने मीडिया से बातचीत में कहा:
“मैं गांव में पारदर्शी और ईमानदार तरीके से योजनाओं को लागू करना चाहता हूँ। लेकिन जब तक कमीशन नहीं दिया जाए, सचिव कोई फाइल आगे नहीं बढ़ातीं। मैं किसी भी कीमत पर भ्रष्टाचार स्वीकार नहीं करूंगा, भले ही विकास कार्य रुक जाएं।”
गांव में गहराया असंतोष
इस पूरे विवाद का असर सड़कों की मरम्मत, बिजली आपूर्ति, शौचालय निर्माण और अन्य मूलभूत सुविधाओं पर पड़ा है। ग्रामीणों ने बताया कि महीनों से कोई नया कार्य शुरू नहीं हुआ है। लोगों में बढ़ती नाराज़गी साफ़ देखी जा रही है।
एक ग्रामीण ने बताया:
“बरसात का मौसम आ गया है, सड़कें कीचड़ से भर गई हैं। बिजली की तारें लटक रही हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।”
जांच की मांग, आंदोलन की चेतावनी
ग्रामवासियों ने जिलाधिकारी से इस मामले की निष्पक्ष जांच और सचिव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। अगर जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो गांव में आंदोलन की चेतावनी दी गई है।
अब तक ब्लॉक प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
निष्कर्ष:
एक ओर सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए करोड़ों की योजनाएं चला रही है, वहीं दूसरी ओर नीचे स्तर पर भ्रष्टाचार इन प्रयासों को विफल कर रहा है। सिम्थरी गांव का यह मामला एक चेतावनी है कि जब तक सिस्टम में जवाबदेही नहीं होगी, विकास की गाड़ी रुकी ही रहेगी।
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