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बुंदेलखंड स्वास्थ्य सेवाओं के भीषण संकट से जूझ रहा, दो-तिहाई पद खाली: भानू सहाय

  • bharatvarshsamaach
  • Jul 8
  • 2 min read

मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा, जल्द सुधार नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी


झांसी।

बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा ने क्षेत्र की बदहाल चिकित्सा व्यवस्था को लेकर चिंता जाहिर करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला अधिकारी के माध्यम से सौंपा। मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय के नेतृत्व में सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि बुंदेलखंड के मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, सीएचसी और पीएचसी में न केवल डॉक्टरों की भारी कमी है, बल्कि आवश्यक चिकित्सा उपकरणों की भी घोर अनुपलब्धता है।


ज्ञापन में बताया गया कि बुंदेलखंड की बड़ी आबादी आर्थिक रूप से कमजोर है, जो महंगे निजी अस्पतालों का खर्च वहन नहीं कर सकती। ऐसे में जनता सरकारी अस्पतालों पर निर्भर है, लेकिन वहाँ की व्यवस्था खुद बीमार है।


महज एक-तिहाई पद भरे, दो-तिहाई रिक्त

ज्ञापन में झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज का हवाला देते हुए बताया गया कि वहाँ विभिन्न संवर्गों में भारी संख्या में पद रिक्त हैं। आंकड़ों के अनुसार:

संवर्ग

सृजित पद

भरे पद

रिक्त पद

175

124

51

744

140

602

297

77

220

823

325

498

कुल

2039

1007

1371

ज्ञापन के अनुसार, "मात्र एक-तिहाई पद नियमित, संविदा या आउटसोर्स के माध्यम से भरे गए हैं, जबकि दो-तिहाई पद अब भी रिक्त हैं। यह स्थिति अत्यंत चिंताजनक है।"


चिकित्सकीय उपकरणों की भी भारी कमी

मोर्चा ने मेडिकल कॉलेज में अत्यंत सीमित संसाधनों का भी ज़िक्र किया। वहाँ सिर्फ:

  • 1 एमआरआई मशीन

  • 1 सीटी स्कैन

  • 2 अल्ट्रासाउंड मशीनें उपलब्ध हैं।

जबकि कम से कम 20 करोड़ रुपये के चिकित्सकीय उपकरणों की ज़रूरत है। सरकार केवल 3-4 करोड़ रुपये ही मुहैया करा रही है।

भानू सहाय ने कहा,

"अगर बुंदेलखंड के सबसे पुराने मेडिकल कॉलेज की हालत इतनी खराब है, तो बांदा और उरई के मेडिकल कॉलेजों की स्थिति का अंदाज़ा लगाना मुश्किल नहीं है।"

सरकारी डॉक्टरों की प्राइवेट प्रैक्टिस पर सवाल

ज्ञापन में सुझाव दिया गया कि प्रदेश सरकार यदि डॉक्टरों की प्राइवेट प्रैक्टिस रोकने में सक्षम नहीं है, तो प्राइवेट प्रैक्टिस की अनुमति देकर उस पर लगने वाला बजट 'प्रैक्टिस अलाउंस' बचाया जाए और उससे नए डॉक्टरों की भर्ती की जाए, जिससे क्षेत्रीय आवश्यकताएं पूरी हो सकें।


सुधार नहीं तो आंदोलन तय

बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही रिक्त पदों को भरने और आवश्यक चिकित्सा संसाधन उपलब्ध कराने की कार्यवाही नहीं की गई, तो वह बड़ा आंदोलन करेगा।


ज्ञापन देने वाले प्रमुख लोग

ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप सेभानू सहाय (अध्यक्ष), अधिवक्ता अशोक सक्सेना (महामंत्री), रघुराज शर्मा, गिरिजा शंकर राय, अनिल कश्यप, प्रदीप नाथ झा, हनीफ खान, नरेश वर्मा, ब्रजेश राय, अरुण रायकवार, सचिन साहू, राजेन्द्र कुमार (पूर्व पार्षद), कुंती राय, राधा देवी, शाहजहाँ बेग़म, कुलवंत सिंह खालसा, प्रभुदयाल कुशवाहा आदि लोग शामिल रहे।


वाइट: भानू सहाय



रिपोर्ट: मोहम्मद कलाम कुरैशी, झांसी

भारतवर्ष समाचार संपर्क विवरण

फोन: 9410001283

वेबसाइट: www.bharatvarshsamachar.org


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