संभल-गजरौला रेल लाइन विस्तार की मांग पर जिला संघर्ष समिति संभल की बैठक
- bharatvarshsamaach
- Oct 13
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रिपोर्टर: प्रदीप मिश्रा
स्थान: गांव गैलुआ, तहसील संभल, उत्तर प्रदेश
दिनांक: 13 अक्टूबर 2025 |
संभल, उत्तर प्रदेश: तहसील क्षेत्र के गांव गैलुआ में चौधरी रविराज चाहल एडवोकेट के आवास पर जिला संघर्ष समिति संभल की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक का मुख्य उद्देश्य संभल से गजरौला तक रेल लाइन के विस्तारीकरण की पुरानी और लंबित मांग पर चर्चा करना और इसे भारत सरकार तक पहुंचाने की रणनीति बनाना था।
बैठक में उपस्थित सदस्यों ने इस मांग को लेकर विस्तृत चर्चा की और निर्णय लिया कि अब इसे जागरूकता, सामूहिक प्रयास और डिजिटल माध्यमों से भारत सरकार तक पहुंचाना आवश्यक है। बैठक में सम्भल क्षेत्र के प्रमुख सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ता, नागरिक प्रतिनिधि और व्यापारी वर्ग भी उपस्थित रहे।
बैठक में प्रमुख वक्ताओं के विचार
चौधरी रविराज चाहल एडवोकेट ने कहा कि संभल-गजरौला रेल लाइन का विस्तार लगभग पाँच दशक पुरानी मांग है। उन्होंने जोर देकर कहा:
“अब समय आ गया है कि इस मांग को अधिक जागरूकता और सक्रिय प्रयासों के माध्यम से केंद्र सरकार तक पहुंचाया जाए। हम पत्र, ईमेल, ट्विटर या अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग करके अपनी बात सरकार तक पहुंचाएं। रेल लाइन के विस्तार से संभल में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे। किसान और व्यापारी अपने माल को देश और प्रदेश के अन्य हिस्सों में आसानी से भेज सकेंगे।”
सरदार नागेंद्र सिंह ने कहा कि:
“भारत सरकार पूरे देश में रेल लाइनों का नेटवर्क बिछा रही है, लेकिन संभल में यह विस्तार क्यों नहीं हो पाया? यह मांग कई दशकों से लंबित है और अब इसे प्राथमिकता के आधार पर लागू करना आवश्यक है।”
खुर्शीद अहमद ने बैठक में कहा कि:
“संभल शहर का विकास तभी संभव है जब रेल लाइन का विस्तार हो। इससे न केवल हमारी कृषि उपज और व्यापारिक माल को देश और प्रदेश के अन्य हिस्सों तक पहुंचाने में आसानी होगी, बल्कि क्षेत्र में नए व्यापारिक अवसर भी सृजित होंगे, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।”
रामोतार सिंह जाटव ने कहा कि:
“रेल लाइन का विस्तारीकरण होने से संभल की दिल्ली से दूरी घटेगी और निर्धन बच्चों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सुविधा होगी। अब छात्र और उनके अभिभावक बड़े शहरों में शिक्षा लेने के लिए लंबी दूरी तय करने के बजाय आसानी से संभल से कनेक्ट हो सकेंगे।”
बैठक के अन्य निर्णय और रणनीति
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि:
संभल-गजरौला रेल लाइन विस्तार की मांग को पत्राचार, ईमेल, ट्विटर और अन्य डिजिटल माध्यमों से भारत सरकार तक पहुंचाया जाएगा।
जनजागरूकता अभियान चलाकर जनता को रेल लाइन विस्तार की आवश्यकता के बारे में अवगत कराया जाएगा।
रेल लाइन के विस्तार से नए रोजगार अवसर, व्यापारिक विकास और शिक्षा की सुविधा सुनिश्चित होगी।
बैठक में सभी उपस्थित सदस्य यह भी सहमत हुए कि यह अभियान शांति और कानूनी माध्यमों से चलाया जाएगा।
बैठक में उपस्थित प्रमुख सदस्य
बैठक में प्रमुख रूप से चौधरी रविराज चाहल एडवोकेट, संजीव शर्मा, अतुल चौधरी, खिलेंद्र चाहल, सरदार नागेंद्र सिंह, खुर्शीद अहमद, रामोतार सिंह जाटव, सोमदत्त शर्मा, हेमेंद्र सिंह, दुर्गेश कुमार, डॉक्टर नाज़िम, मोहन जाटव, ग्राम प्रधान पति महावीर सिंह, मनोज कुमार और बंसी उपस्थित रहे।
बैठक का माहौल गंभीर और सकारात्मक था। सभी सदस्यों ने जागरूकता और संगठित प्रयासों के माध्यम से अपनी पुरानी मांग को केंद्र सरकार तक पहुँचाने पर जोर दिया।
निष्कर्ष
संभल-गजरौला रेल लाइन का विस्तार क्षेत्र के विकास और प्रगति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस विस्तार से न केवल रोजगार और व्यापारिक अवसर बढ़ेंगे, बल्कि कृषि उपज की बिक्री, शिक्षा और संपर्क सुविधाओं में भी सुधार होगा।
जिला संघर्ष समिति ने यह सुनिश्चित किया कि यह अभियान शांति, कानूनी और संगठित प्रयासों के साथ आगे बढ़ाया जाएगा, ताकि मांग को भारत सरकार तक प्रभावी रूप से पहुँचाया जा सके।
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भारतवर्ष समाचार ब्यूरो
संपर्क: 9410001283
वेबसाइट: www.bharatvarshsamachar.org

















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