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हरिद्वार में भाकियू शंकर का तीन दिवसीय चिंतन शिविर संपन्न, हज़ारों किसानों की भागीदारी

  • bharatvarshsamaach
  • Jun 30
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  • "चिंतन शिविर में किसानों की समस्याओं पर चर्चा करते संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी दिवाकर सिंह"

"हरिद्वार: भाकियू शंकर के मंच से नकली उर्वरकों के खिलाफ सख़्त कदम उठाने की मांग"
"हरिद्वार: भाकियू शंकर के मंच से नकली उर्वरकों के खिलाफ सख़्त कदम उठाने की मांग"
"चिंतन शिविर के दौरान किसानों के साथ महिला पदाधिकारी भी सक्रिय रूप से शामिल"
"चिंतन शिविर के दौरान किसानों के साथ महिला पदाधिकारी भी सक्रिय रूप से शामिल"

स्थान: हरिद्वार, उत्तराखंड

तारीख: 30 जून 2025

रिपोर्ट: भारतवर्ष समाचार


किसानों के मुद्दों पर गहन मंथन, संगठन विस्तार पर भी जोर


उत्तराखंड के हरिद्वार में लगातार हो रही भारी बारिश के बावजूद भारतीय किसान यूनियन (शंकर) ने तीन दिवसीय चिंतन शिविर का सफल आयोजन किया। इस शिविर में देश के कोने-कोने से आए हज़ारों किसानों ने भाग लिया और अपनी समस्याओं को खुलकर रखा।

शिविर के दौरान विगत वर्ष की भांति इस बार भी किसानों से जुड़े जमीनी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। भाकियू शंकर नेतृत्व ने स्पष्ट किया कि संगठन किसानों की समस्याओं के समाधान हेतु संकल्पबद्ध है और लगातार प्रयासरत रहेगा।


संगठन विस्तार की योजना


चिंतन शिविर में यह भी निर्णय लिया गया कि संगठन का विस्तार जिला और तहसील स्तर तक किया जाएगा। प्रभारी कार्यकर्ता विभिन्न राज्यों में प्रवास कर किसानों की स्थानीय समस्याएं सुनेंगे और उनका निराकरण करेंगे।

संगठन ने यह भी दोहराया कि अनुशासनहीनता व निष्क्रियता किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और ऐसे पदाधिकारियों को संगठन से बाहर किया जाएगा।


राष्ट्रीय अध्यक्ष का बयान: किसानों की दुर्दशा देश की सच्चाई

राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी दिवाकर सिंह ने शिविर को संबोधित करते हुए कहा:

“150 करोड़ देशवासियों का पेट भरने वाला अन्नदाता आज भी कर्जदार, कमजोर और भूखा है। मजबूरी में वह आत्महत्या जैसे घातक कदम उठा रहा है। यह इस देश के किसान की वास्तविक स्थिति को दर्शाता है।”

उन्होंने आगे कहा कि देश में केंद्र और राज्य सरकारें किसानों के नाम पर योजनाएं तो चला रही हैं, लेकिन ज़मीन पर स्थिति अलग है।


फर्जी उर्वरक घोटाले पर नाराजगी


राष्ट्रीय अध्यक्ष ने राजस्थान के अजमेर में इफको जैसी संस्था पर हुए हालिया खुलासे का भी उल्लेख किया। बताया गया कि किस प्रकार नामी ब्रांड 'सागरिका' जैसे उत्पाद मिट्टी, बजरी और मार्बल स्लरी के मिश्रण से तैयार किए जा रहे हैं, जो फसल और मिट्टी दोनों को बर्बाद कर सकते हैं।

चिंतन शिविर में यह मुद्दा उठाया गया कि देश भर में नकली उर्वरकों की आपूर्ति हो रही है। उत्तर प्रदेश के हापुड़ जनपद से भी ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां नकली खाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 23 ज़िलों में वितरित की गई।


भाकियू शंकर की चेतावनी


संगठन ने मांग की कि देशभर में नकली, मिलावटी व फर्जी उर्वरक और कीटनाशकों की बिक्री तत्काल बंद की जाए। यदि सरकार ने शीघ्र कोई कदम नहीं उठाया, तो संगठन देशव्यापी आंदोलन, धरना और प्रदर्शन शुरू करेगा। इसके लिए जिम्मेदारी पूरी तरह प्रशासन और सरकार की होगी।


शिविर की अध्यक्षता और संचालन


इस चिंतन शिविर की अध्यक्षता जगत सिंह चौहान ने की और संचालन का कार्यभार प्रदेश प्रवक्ता प्रिंसिपल सत्यवीर सिंह ने संभाला।


शिविर में उपस्थित प्रमुख किसान नेता


इस कार्यक्रम में बबीता रानी, मंजू चौधरी, अशोक रानी, नीरज रानी, पूनम चौधरी, विदिशा चौहान, दीपांशी, विनोद चौधरी, मंजू शर्मा, शिमला चौहान, चौधरी धर्मवीर सिंह, राकेश रतनपुर, राजवीर सिंह, विक्रम पवार, भगत जी मोजी, रामपाल चौधरी, सतवीर सिंह, रवि पाल, पप्पू, नरेश कुमार, देवेंद्र सिंह, चंद्रभान सिंह, शेर सिंह राणा, गजराम चौहान, सुनील चौहान, प्रीतम चौहान, ठाकुर जालंधर सिंह और जितेंद्र चौधरी समेत हज़ारों किसान उपस्थित रहे।



भारतवर्ष समाचार

संपर्क: 9410001283

वेबसाइट: www.bharatvarshsamachar.org

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