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नेपाल : सोशल मीडिया बैन के बाद PM केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दिया, जानें उनका राजनीतिक सफर

  • bharatvarshsamaach
  • Sep 9
  • 2 min read
PM केपी शर्मा ओली ने दिया इस्तीफा"
PM केपी शर्मा ओली ने दिया इस्तीफा"


लोकेशन : नेपाल

 रिपोर्ट: भारतवर्ष समाचार

 दिनांक : 09.09.2025 


नेपाल में युवाओं द्वारा सोशल मीडिया बैन के विरोध में शुरू किए गए Gen Z आंदोलन के बीच प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। प्रदर्शनकारियों ने कई नेताओं के घरों में आग लगाने की घटना को अंजाम दिया, जिसमें ओली का निजी आवास भी शामिल था।

केपी शर्मा ओली का जीवन और प्रारंभिक संघर्ष

ओली का जन्म 23 फरवरी 1952 को पूर्वी नेपाल के तेहराथुम जिले में एक गरीब परिवार में हुआ था। जब वे केवल 4 साल के थे, तब उनकी मां का निधन हो गया। इसके बाद उनकी दादी ने उनका पालन-पोषण किया।


14 साल की उम्र से ही ओली का राजनीतिक सफर शुरू हुआ। 1966 में उन्होंने राजशाही और पंचायत व्यवस्था के खिलाफ आंदोलन में भाग लिया। 1970 में ओली नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (CPN) में शामिल हुए और झापा आंदोलन (1970-73) में भाग लेने के कारण उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। जेल में उन्होंने कुल 14 साल बिताए, जिनमें 4 साल सॉलिटरी कॉन्फाइनमेंट में गुजरे।


राजनीतिक करियर

  • 1973-1990 : CPN(ML) में सेंट्रल कमेटी मेंबर और लुंबिनी जोन इंचार्ज।

  • 1991 : झापा-6 से संसद पहुंचे।

  • 1994-95 : गृह मंत्री।

  • 2006-07 : उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री।

  • 2014 : CPN-UML के चेयरमैन बने।

  • 2015 : पहली बार प्रधानमंत्री।

  • इसके बाद 2015-2016, 2018-2021 और 2021 में कुछ महीनों के लिए पीएम रहे।

  • 15 जुलाई 2024 : चौथी बार प्रधानमंत्री बने।


ओली को तेज और रणनीतिक सोच वाला नेता माना जाता है। 2022 के चुनाव में उनकी पार्टी दूसरे स्थान पर रही, लेकिन उन्होंने सियासी गठबंधन की कला का उपयोग कर सत्ता हासिल की।


इस्तीफे के पीछे का कारण

नेपाल में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर प्रतिबंध के खिलाफ प्रदर्शन बढ़ते गए। युवाओं ने सरकार के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया और कई नेताओं के घर फूंक दिए। इस बढ़ते दबाव के चलते ओली ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने का फैसला किया।

इस दौरान उनके दुबई जाने और मंत्रियों के इस्तीफे की खबरें भी सामने आई हैं।


निष्कर्ष

केपी शर्मा ओली का राजनीतिक जीवन संघर्ष, जेल, और रणनीति से भरा रहा है। चौथी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद भी उन्हें जनता और युवा वर्ग के दबाव का सामना करना पड़ा। उनके इस्तीफे ने नेपाल में राजनीतिक परिदृश्य को फिर से हिला दिया है।



भारतवर्ष समाचार

संपर्क: 9410001283

वेबसाइट: www.bharatvarshsamachar.org




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