top of page

राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले सपा विधायकों पर गिरी गाज, तीन निष्कासित, चार को चेतावनी

  • bharatvarshsamaach
  • Jun 23
  • 2 min read
"क्रॉस वोटिंग विवाद के बाद सपा ने बागी विधायकों पर कसा शिकंजा, तीन निष्कासित, चार को चेतावनी।"
"क्रॉस वोटिंग विवाद के बाद सपा ने बागी विधायकों पर कसा शिकंजा, तीन निष्कासित, चार को चेतावनी।"

भारतवर्ष समाचार

लखनऊ | 23 जून 2025


वर्ष 2024 के राज्यसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) को करारी राजनीतिक चोट देने वाले सात बागी विधायकों के खिलाफ अब पार्टी ने अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी है। सपा ने क्रॉस वोटिंग करने वाले तीन विधायकों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है, जबकि चार अन्य को फिलहाल चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है।


कौन-कौन हुए निष्कासित?

सपा ने जिन तीन विधायकों को पार्टी से निष्कासित किया है, उनके नाम हैं:

• अभय सिंह

• राकेश प्रताप सिंह

• मनोज कुमार पांडेय


किन्हें दिया गया अल्टीमेटम?

चार विधायकों को पार्टी लाइन पर लौटने का मौका देते हुए चेतावनी दी गई है:

• राकेश पांडेय

• विनोद चतुर्वेदी

• पूजा पाल

• आशुतोष मौर्य


पार्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा है कि जिनको चेतावनी दी गई है, उनके लिए “अनुग्रह अवधि” अभी बाकी है क्योंकि उन्होंने पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा दिखाने की कोशिश की है।


कैसे हुई थी सपा की हार?

राज्यसभा चुनाव 2024 में भाजपा के पास केवल 7 सीटों का संख्या बल था, इसके बावजूद उसने 8 उम्मीदवार मैदान में उतारे। सपा ने अपने 3 उम्मीदवार खड़े किए थे, लेकिन पार्टी के 7 विधायकों की क्रॉस वोटिंग ने भाजपा को अप्रत्याशित लाभ दिलाया। भाजपा प्रत्याशी संजय सेठ की जीत हो गई, जबकि सपा का तीसरा उम्मीदवार हार गया। भाजपा ने इसे “अंतरात्मा की आवाज” बताया, वहीं सपा ने इसे “विश्वासघात” करार दिया।


पीडीए कार्ड पर भी असहमति

सपा द्वारा उठाए गए ‘पीडीए’ (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) गठबंधन के मुद्दे से पार्टी के सभी विधायक संतुष्ट नहीं हैं। पार्टी ने जिन विधायकों को निष्कासित किया है, उन पर आरोप है कि वे पीडीए के खिलाफ बयान दे रहे थे और विभाजनकारी राजनीति को बढ़ावा दे रहे थे।


राजनीतिक विश्लेषण

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह घटना न केवल सपा संगठन में अंदरूनी दरार को उजागर करती है, बल्कि भाजपा की रणनीतिक मजबूती और विपक्ष की कमजोरी को भी सामने लाती है। विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि यह मुद्दा वर्ष 2027 के विधानसभा चुनाव में प्रमुख भूमिका निभा सकता है।


संपर्क: 9410001283

वेबसाइट: www.bharatvarshsamachar.org

Comments


Top Stories

bottom of page